Tuesday, May 21, 2013

ANMOL BACHAN

सम्भव असम्भव से पूछता है—‘तुम्हारा निवास स्थान कहां है ?’ —‘निर्बलों के स्वप्नों में’ 
—टैगोर

भाग्य के भरोसे बैठे रहने पर भाग्य सोया रहता है और हिम्मत बॉधकर खडे़ होने पर भाग्य भी उठ खड़ा होता है। 
—अज्ञात

अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाओ और इसके बाद अपना सारा शारीरिक और मानसिक बल, जो ईश्वर ने तुम्हें दिया है, उसमें लगा दो। 
—कार्लाइल

असफलता से वही अछूता है, जो कोई प्रयास नहीं करता। 
—व्हेटली

अपने सामने एक ही साध्य रखना चाहिए। उस साध्य के सिद्ध होने तक दूसरी किसी बात की ओर ध्यान नहीं देना चाहिए। रात—दिन सपने तक में उसी की धुन रहे, तभी सफलता मिलती है। 
—स्वामी विवेकानन्द

चापलूसी करने वाले से सदा बचे रहो, वह बड़ा भारी चोर होता है। वह तुम्हें मूर्ख बनाकर तुम्हारा समय भी चुराता है और बुद्धि भी। 
—आचार्य चाणक्य

जीवन कितना ही छोटा हो, समय की बर्बादी से वह और भी छोटा बना दिया जाता है। 
—जॉनसन

समय की प्रतीक्षा सब करते हैं, किन्तु उससे लाभ उठाना बुद्धिमानों का ही काम है। 
—उमाशंकर

मन का संकल्प जो स्वीकार कर ले, वही घटित होना शुरू हो जाता है। 
—आचार्य रजनीश

सफलता मिलती है समझदारी और परिश्रम से। यदि तुम्हें चढ़ना है, तो दोनों को अपना लो। 
—माध

पीछे के अनुभव से जो लाभ नहीं उठाते, वे भविष्य को बना नहीं सकते, जो भविष्य में दूर तक नहीं देखता, वह ठोकर खाकर गिर पड़ता है। 
—गुरूदत्त